इतिहास
जिला न्यायालय इटावा का संक्षिप्त इतिहास-
स्वतंत्रता-पूर्व काल में जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मैनपुरी, इटावा पर अधिकार क्षेत्र का प्रयोग करते थे। सिविल जज (जे.डी.) का न्यायालय वर्ष 1902 में अस्तित्व में आया। सिविल जज (एसडी) का न्यायालय वर्ष 1926 में बनाया गया था। 1 अगस्त, 1958 से इटावा जिले को मैनपुरी के जिला न्यायाधीश के अधिकार क्षेत्र से बाहर कर दिया गया और एक अलग न्यायाधीश के रूप में कार्य करना शुरू कर दिया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश का न्यायालय वर्ष 1958 में अस्तित्व में आया और तब से वही चल रहा है।